Tag Archives: सतरंगी-2

होण्डा से हीरो और फिर हीरो से होण्डा

जुलाई 2005 के बाद से अन्य कुछ धाराओं की तरह मजदूर समाचार का ध्यान भी होण्डा मानेसर फैक्ट्री में मजदूरों की गतिविधियों में बढा। यूनियन बनने को मजदूरों की विजय प्रसारित करने वालों के विपरीत था मजदूर समाचार का आंकलन। … Continue reading

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हीरो का होण्डा

हीरो होण्डा फैक्ट्री में नियमित जाने वाला व्यक्ति : “हीरो होण्डा की गुड़गाँव फैक्ट्री में 1350-1400 स्थाई मजदूर तथा ठेकेदार के जरिये रखे 5500 वरकर काम करते हैं — अन्य ठेकेदार के जरिये रखे 300-400 सेक्युरिटी गार्ड भी हैं। ठेकेदार … Continue reading

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कृपया सूअरों को गाली न दें

अगस्त के आरम्भ में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में छात्रों के एक समूह द्वारा संसद भवन को सूअरबाड़ा प्रचारित करने पर विभिन्न प्रकार के राष्ट्रवादी विरोध में चीखे। ● प्रकृति के एक अंश के तौर पर अपनी पहचान से मानव किस … Continue reading

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एटम बमों से अधिक खतरनाक हैं परमाणु बिजलीघर

● झूठ बोलना और छिपाना सरकारों के चरित्र में है। अर्ध-सत्य सरकारों की सामान्य क्रिया का अंग है। आडम्बर और प्रतीक — दिन में मोमबत्तियाँ जला कर मृतकों को श्रद्धांजलि और शान्ति के लिये प्रार्थनायें दमन-शोषण के तन्त्रों के कर्णधारों … Continue reading

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आप-हम क्या-क्या करते हैं … (11)

# अपने स्वयं की चर्चायें कम की जाती हैं। खुद की जो बात की जाती हैं वो भी अक्सर हाँकने-फाँकने वाली होती हैं, स्वयं को इक्कीस और अपने जैसों को उन्नीस दिखाने वाली होती हैं। या फिर, अपने बारे में … Continue reading

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महिला मजदूर

महिला मजदूर : “पति यहाँ दिल्ली में काम करते थे और मैं परिवार के साथ गाँव में रहती थी। मेरे गले में गिल्टी हो गई जिसे गाँव में ऑपरेशन ने और बिगाड़ दिया। बीमारी की जाँच-उपचार कराने पति के पास … Continue reading

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सस्ते हैं हाथ

विजय ने कई फैक्ट्रियों में मेन्टेनेंस वरकर की नौकरी की। विजय बात भी खूब करते थे। विजय की पाँच वर्ष पहले मृत्यु हो गई। यहाँ विजय की बातें दे रहे हैं। इन दस वर्ष के दौरान पावर प्रैसों पर सैन्सर … Continue reading

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लाठी-गोली तन्त्र संचालकों की सहानुभूति

होण्डा मोटरसाइकिल एण्ड स्कूटर मजदूर : “प्लॉट 1, सैक्टर-3, मानेसर, गुड़गाँव स्थित फैक्ट्री में सबसे बड़ी समस्या काम-काम-काम और काम है। फैक्ट्री शुरू हुये चार साल हुये हैं और उत्पादन में, काम के बोझ में लगातार वृद्धि की जा रही … Continue reading

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हत्या के लिये विज्ञान

  ● यहाँ हम हत्या में प्रयोग होते अस्त्र-शस्त्र के निर्माण में विज्ञान की भूमिका की चर्चा नहीं करेंगे। विज्ञान आधारित उत्पादन पद्धति द्वारा की जा रही हत्या-दर-हत्या की चर्चा भी हम यहाँ नहीं करेंगे। मानव मन-मस्तिष्क में गहरे बैठी … Continue reading

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विनाश का मानवीय चेहरा

महाराष्ट्र विधान सभा चुनाव के समय अक्टूबर 2004 में प्रधान मन्त्री ने मुम्बई को चमकाने, एशिया का प्रथम नगर बनाने की बातें की। चुनाव जीतते ही, पार्टी के वादे से मुकर कर, राज्य सरकार ने दिसम्बर 2004 में झुग्गी बस्तियाँ … Continue reading

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