Category Archives: आदान-प्रदान | Conversational Interactions

ग्रामीण गरीबों के खिलाफ नया युद्ध

## इन तीन सौ वर्षों के दौरान संसार-भर में निवासियों से जमीनें छीनने के अभियान। ## इस उपमहाद्वीप में 1824 में जमीन छीनने के लिये कानून बनाया गया। बदलते हुये यह 1894 का जमीन छीनने का कानून बना। भारत में … Continue reading

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COMMENTARY: “One Hundred Years of the Communist Movement in India”

#The communist movement in India is turning 100 years old in October this year, and here’s a publication from Tricontinental: Institute for Social Research on this occasion. The India office of the institute has taken the lead in producing this, … Continue reading

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टिप्पणी : “धर्म सामन्ती अवशेष हैं “

श्री गुरमीत ने “तर्कशील” व्हाट्सएप समूह में श्री अशोक कुमार की एक पोस्ट, “धर्म सामन्ती अवशेष हैं।” साँझा की। पोस्ट लम्बी है इसलिये पहले अपनी टिप्पणी और उसके बाद उसे यहाँ दे रहे हैं। ## 500 ईसापूर्व मगध क्षेत्र में … Continue reading

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उल्लास है उपचार

प्रस्तुत है मजदूर समाचार के जनवरी 2012 अंक से “उल्लास है उदासी-अवसाद का उपचार”।

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मारुति मानेसर डायरी (6)| Maruti Manesar Diary-6

“जान-पहचान जहाँ झमेले लिये है वहाँ अनजाने भी अपने हैं का विचार-व्यवहार खूब कमाल करेगा।” — मारुति मानेसर डायरी (6)। ## विश्व-भर में अधिक से और अधिक लड़खड़ा रही ऊँच-नीच, रुपये-पैसे, खरीद-बिक्री को बनाये रखने के बदहवास प्रयास दुनिया-भर में … Continue reading

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समझदारी-दुनियादारी-व्यवहारिकता आज

— पक्का मकान; — बिजली; — सड़क। इसका एक अर्थ है शिशु को प्रत्येक कदम पर टोकना। बच्चों को हर समय टोकना। दुनियादारी का मतलब आज प्रत्येक बच्चे को बम बनाना भी है। ## इधर विश्व-भर में लॉकडाउन-पूर्णबन्दी ने ऊँची … Continue reading

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फैक्ट्री किसकी ? कम्पनी किसकी? | Working Day-I

मालिक कौन है ? स्वामी कौन है ? धणी कुण सै ? चेहराविहीन पूँजी – बिना शक्ल सरमाया – faceless capital की दस्तक 1860 के आसपास सुनी जाने लगी थी। रेलवे इसके उल्लेखनीय उदाहरण थे। उत्पादन में भी पूँजीपति-कारखानेदार-फैक्ट्री मालिक … Continue reading

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व्यवहार-विचार की ऊँची उड़ानों – VI | नर-नारी के सम्बन्ध में

इधर विश्व-भर में लॉकडाउन-पूर्णबन्दी ने व्यवहार-विचार की उड़ानों के अनुकूल वातावरण में बहुत उल्लेखनीय वृद्धि की है। ऐसे में 2010-12 में फैक्ट्री मजदूरों के व्यवहार-विचार से प्रेरित मजदूर समाचार के जनवरी 2013 अंक की उड़ान एक प्रेरक भूमिका निभा सकती … Continue reading

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व्यवहार-विचार की ऊँची उड़ानों -V | गति के सम्बन्ध में

इधर विश्व-भर में लॉकडाउन-पूर्णबन्दी ने व्यवहार-विचार की उड़ानों के अनुकूल वातावरण में बहुत उल्लेखनीय वृद्धि की है। ऐसे में 2010-12 में फैक्ट्री मजदूरों के व्यवहार-विचार से प्रेरित मजदूर समाचार के जनवरी 2013 अंक की उड़ान एक प्रेरक भूमिका निभा सकती … Continue reading

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व्यवहार-विचार की ऊँची उड़ानों – IV | पीढियों के बीच के सम्बन्ध में

इधर विश्व-भर में लॉकडाउन-पूर्णबन्दी ने व्यवहार-विचार की उड़ानों के अनुकूल वातावरण में बहुत उल्लेखनीय वृद्धि की है। ऐसे में 2010-12 में फैक्ट्री मजदूरों के व्यवहार-विचार से प्रेरित मजदूर समाचार के जनवरी 2013 अंक की उड़ान एक प्रेरक भूमिका निभा सकती … Continue reading

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