Author Archives: majdoorsamachar
लाठी-गोली तन्त्र संचालकों की सहानुभूति
होण्डा मोटरसाइकिल एण्ड स्कूटर मजदूर : “प्लॉट 1, सैक्टर-3, मानेसर, गुड़गाँव स्थित फैक्ट्री में सबसे बड़ी समस्या काम-काम-काम और काम है। फैक्ट्री शुरू हुये चार साल हुये हैं और उत्पादन में, काम के बोझ में लगातार वृद्धि की जा रही … Continue reading
हत्या के लिये विज्ञान
● यहाँ हम हत्या में प्रयोग होते अस्त्र-शस्त्र के निर्माण में विज्ञान की भूमिका की चर्चा नहीं करेंगे। विज्ञान आधारित उत्पादन पद्धति द्वारा की जा रही हत्या-दर-हत्या की चर्चा भी हम यहाँ नहीं करेंगे। मानव मन-मस्तिष्क में गहरे बैठी … Continue reading
विनाश का मानवीय चेहरा
महाराष्ट्र विधान सभा चुनाव के समय अक्टूबर 2004 में प्रधान मन्त्री ने मुम्बई को चमकाने, एशिया का प्रथम नगर बनाने की बातें की। चुनाव जीतते ही, पार्टी के वादे से मुकर कर, राज्य सरकार ने दिसम्बर 2004 में झुग्गी बस्तियाँ … Continue reading
Wars, Tragicomic Wars
Tragicomic Wars दुखद+हास्यास्पद, भद्दे युद्ध वाली इस सामग्री का हिन्दी अनुवाद कठिन लग रहा है। नये सिरे से इसे हिन्दी में लिखने का प्रयास हम करेंगे। इस बीच गूगल अनुवाद से काम चलायें। ● Be they the epic wars like … Continue reading
●काम-संविधान-विज्ञान●
प्रवेश : आरम्भ के लिये कुछ बातें। ●11 मई 2020 की पोस्ट नई समाज रचना के लिये इस अत्यन्त जीवन्त समय में काम-संविधान-विज्ञान पर बहुत-ही ज्यादा विचार-विमर्श प्राथमिक आवश्यकताओं में लगता है। इस बारे में व्यापक आदान-प्रदान अनिवार्य आवश्यकताओं में … Continue reading
● सही होने के दावों के सन्दर्भ में | In the context of claims of being correct●
— अत्यधिक जटिलतायें। प्रत्येक गतिशील। भिन्न गतियाँ। परस्पर प्रभावित। — सम्भावना। घनत्व। — वर्तमान में व्यवहार, निकट भविष्य में व्यवहार के लिये तैयारी मानव प्रजाति की धुरी लगती है। (कुछ नहीं करना को व्यवहार में रख रहे हैं।) — व्यवहार … Continue reading
●● मार्च 2020 के बाद मार्च 2022 में
# फरीदाबाद और आई एम टी मानेसर में कुछ स्थानों के बाद शनिवार, 21 मार्च 2020 को “मजदूर समाचार पुस्तिका एक” के साथ सुबह की शिफ्टों के समय हम फरीदाबाद में थर्मल पावर हाउस रोड़ पर थे। फैक्ट्री मजदूरों में … Continue reading
● दस पन्ने की पुस्तिका●
# आपका, आप लोगों का अनुमान यह है। मेरा, हम लोगों का आंकलन यह है। बातचीत करते हैं। आदान-प्रदान करते हैं। आपको कुछ सही लगे तो उसे ले लें। जो सही नहीं लगे उसे छोड़ दें। ऐसा ही हम करेंगे। … Continue reading
●● फिर फैक्ट्री में साढे बाइस घण्टे●●
फैक्ट्री में चार सौ मजदूर हैं। बीस-पच्चीस परमानेन्ट मजदूर हैं और बाकी सब एक ठेकेदार कम्पनी के जरिये रखे गये हैं। दो शिफ्ट 12-12 घण्टे की। ओवर टाइम का भुगतान दुगुनी दर की बजाय सिंगल रेट से। रविवार को साप्ताहिक … Continue reading
Readings | An interaction in an intellectuals Whatsapp group, Theory Network during 11-12 February 2022.
●● Questions For Alternatives (8) (Translation of a January 2000 write-up) ● Heights and their vertiginous attraction Eulogies of excellence. Creating aspirations to reach the top. Encouraging an upward ascent: higher, topmost, more peaks to conquer … All of this … Continue reading