Category Archives: आदान-प्रदान | Conversational Interactions
Readings | An interaction in an intellectuals Whatsapp group, Theory Network during 11-12 February 2022.
●● Questions For Alternatives (8) (Translation of a January 2000 write-up) ● Heights and their vertiginous attraction Eulogies of excellence. Creating aspirations to reach the top. Encouraging an upward ascent: higher, topmost, more peaks to conquer … All of this … Continue reading
● बाल मन●
8 फरवरी,2022 को छत पर धूप सेंक रहा था। ऑनलाइन पढाई के बाद चौथी कक्षा की बुलबुल आई। “नाना कविता सुनाऊँ?” “सुनाओ। अपनी बनाई है तो सुनाओ।” स्वार्थी चिड़िया शीर्षक पर मेरे नाक-भौं सिकोड़ने पर भी वह सुनाई। फिर मेरा … Continue reading
●● An Interaction With A Friend In Vietnam Regarding Children●●
(A friend sent a translation of a write-up from the November 2007 issue of Majdoor Samachar to Minh in February 2021. Her response of 21 February 2021 is part of Chapter 11 of “Fragments & Pathways For Imagining a Near … Continue reading
● ई एस आई कॉरपोरेशन ●
11 जनवरी को वैक्सीन लगवाने ई एस आई अस्पताल गये पड़ोसी से 12 जनवरी को सुबह कुछ बातचीत हुई। रात बारह घण्टे की ड्युटी कर लौटे थे। फैक्ट्रियों में प्रवेश के लिये वैक्सीन लगा होना अनिवार्य कर दिया है। ई … Continue reading
किसान आन्दोलन, 8 और 9 जनवरी 2022
● पहली जनवरी को व्हाट्सएप पर श्री सज्जन कुमार, महासचिव, प्रकृति-मानव केन्द्रित जन आन्दोलन से संगठन की पंजाब राज्य समिति द्वारा 8 और 9 जनवरी को पर्यावरण तथा कृषि के पतन के कारण चौतरफा संकट से रूबरू पंजाब के सन्दर्भ … Continue reading
● गुप्त : हर ऊँच-नीच के लिये महत्वपूर्ण●
कल, पाँच जनवरी 2022 को व्हाट्सएप पर एक मित्र द्वारा भेजी एक वीडियो पर कुछ आदान-प्रदान : — बताया करें कि किस बारे में है। : ये देख लीजिय । खुद पता चल जाएगा । शायद पहली वीडियो भेजी है … Continue reading
●नगेन्द्र जी की मृत्यु पर●
(इन्कलाबी मजदूर केन्द्र के उपाध्यक्ष नगेन्द्र जी की 47 वर्ष की आयु में 10 जून को दिल्ली में मृत्यु हो गई।) ## शुद्ध लेनिनवादी (स्तालिन-ट्रॉट्स्की- माओ की भर्त्सना से आरम्भ करने वाले) संगठन, आर.एस.पी.आई.(एम-एल) से अलग हुआ आर.पी.पी. (इन्कलाबी सर्वहारा … Continue reading
●व्हाट्सएप पर “तर्कशील” व्हाट्सएप समूह में●
●”तर्कशील” व्हाट्सएप समूह में “मजदूर बिगुल” से जुड़े श्री अजय द्वारा 7 जून 2021 को डाले “मजदूर बिगुल” के श्री अरविन्द के लेख में हैं : ” … उद्योग और वाणिज्य में लगे श्रमिकों के मामले में तो श्रम कानून … Continue reading
●इन दस-बारह दिन के दौरान●
# कई वर्ष पहले स्लोटरजिक की पुस्तक “क्रिटीक ऑफ सिनिकल रीजन” Critique of Cynical Reason पढी थी। पुस्तक में 1920 के दशक में जर्मनी में हिटलर/नाजीवाद के उदय तथा विस्तार का एक अध्ययन था। उसे एक प्रस्थान-बिन्दु बना कर, सामाजिक … Continue reading
●ढालना कुछ मँहगे पुर्जे●
सत्ता, राजसत्ता अपने तन्त्र के कुछ मँहगे पुर्जे ढालने में उल्लेखनीय व्यय करती हैं। # बात 1972 की है। मैं आई.आई.टी. मद्रास में पढता था। मुझे भारत सरकार की डिपार्टमेंट ऑफ एटोमिक एनर्जी की 400 रुपये प्रतिमाह छात्रवृत्ति के अतिरिक्त … Continue reading