Category Archives: आदान-प्रदान | Conversational Interactions
●●जाना है मैं के पार●●
●लगता है कि समाज में विभाजन ने, ऊँच-नीच ने “मैं” को जन्म दिया। सिर-माथों से बनते पिरामिडों वाले सामाजिक गठनों के विस्तार के साथ “मैं” फैलता गया। ●ऊँच-नीच की धुरी, साम-दाम-दण्ड-भेद ने समय के साथ “एक मैं” में “कई मैं” … Continue reading
Fringe Left
German-Dutch Left and Italian Left did not break from the social-democratic framework and its underlying social strata despite their critiques of many facets of social-democratic theory and practice in Germany and especially of the Bolshevik Party in Russia after October … Continue reading
●आज एक मैटल पॉलिश वरकर से इधर डर की महामारी पर बातचीत हुई।●
कोरोना की बीमारी लग जाने के डर से माता-पिता, भाई-बहन, पत्नी-बच्चों, पड़ोसियों, दोस्तों की देखभाल से मुँह चुराने की इतनी चर्चायें देखने-सुनने पर अचरज होता है। मरने पर लाश की दुर्गति!! बातें 2003 की हैं। फरीदाबाद में बुढिया नाले पर … Continue reading
●Pandemic Of Fear (3)●●
●A reading of March 2020 to May 2021 from a residential area of factory workers● ## New Town Railway Station Faridabad, Bata Chowk, and Mujesar Metro Station are at the centre of Faridabad industrial complex. At walking distances from them … Continue reading
●●Pandemic Of Fear (2)●●
●A reading of March 2020 to May 2021 from a residential area of factory workers● ## Eight feet by eight feet room. Or, nine feet by nine feet room. A family of four-five in a room. Or, three adults per … Continue reading
●●Pandemic Of Fear●●
●A reading of March 2020 to May 2021period from a residential area of factory workers. # Sleep. Sleep at night. Wake-up at ease. Naps during the day. # Eat when you want. … Continue reading
●●डर की महामारी●●
## भय विष है। डर घातक जहर है। इधर लगता है कि मेंढक और साँप की कहानी को ध्यान में रखना ठीक रहेगा। ## कोरोना ग्रुप में अनेक वाइरस हैं। मनुष्यों में पाये जाते कोरोना समूह के इस अथवा उस … Continue reading
●मृत्यु और अकाल मृत्यु●
## मृत्यु-भय जीवन को सिकोड़ता है। व्यापक स्तर पर मृत्यु-भय सामाजिक मनोरोगों की एक अभिव्यक्ति लगता है। ## सहज-सामान्य मृत्यु की स्वीकार्यता जीवन का विस्तार लिये लगती है। मानव प्रजाति में मृत्यु की स्वीकार्यता के लिये पीढियों के बीच सहज … Continue reading
भाषा की राजनीति
# जन्म पंजाब के हिसार जिले के एक गाँव में (अब हरियाणा के भिवानी जिले में)। माता-पिता अनपढ़। आर्थिक स्थिति बहुत खराब। अकाल के समय सरकार द्वारा जोहड़-तालाब की खुदाई में एक-दो पैसे दिहाड़ी की बातें। युद्ध के दौरान 1942 … Continue reading
● किसानी जाने को है ●
● किसानी जाने को है ● ## छुट्टे डाँगर-ढोर 24 दिसम्बर 2020 को हाँसी के निकट गढी गाँव में रात 9 बजे खेत की रखवाली से लौट रहे दो युवकों की दिल्ली-हिसार रोड़ पर किसी वाहन से लगी टक्कर में … Continue reading