Category Archives: In Hindi
कुछ बातें किसानी-दस्तकारी की
“कुछ बातें किसानी-दस्तकारी की” यहाँ मजदूर समाचार के मई 2015 अंक से दे रहे हैं। इससे पहले यह मई 2010 अंक में छापी धी। सम्भव है कि इसमें आपको कुछ प्रस्थान बिन्दु मिलें। कुछ बातें किसानी-दस्तकारी की
छात्रों से संवाद जो हुआ नहीं
2011-12 के दौरान मारुति सुजुकी मानेसर फैक्ट्री मजदूरों की गतिविधियों ने दुनिया-भर में जारी मन्थन के श्रेष्ठ निष्कर्षों में से एक की झलक दिखाई थी। मजदूर समाचार के तब के अंकों में उन गतिविधियों का नियमित विवरण है। वर्तमान परिस्थितियों … Continue reading
मजदूर समाचार पुस्तिका चार
“मजदूर समाचार पुस्तिका चार” का आनन्द लें। सम्भव है कुछ प्रस्थान बिन्दु मिलें। # आदान-प्रदान बढाने के लिये अपने ग्रुपों में फॉर्वर्ड करें। # दिल्ली और इर्द-गिर्द के औद्योगिक क्षेत्रों में स्थिति को देखते हुये … Continue reading
कुछ बातें जातियों की…
आदान-प्रदान के लिये : मजदूर समाचार के अक्टूबर 2008 अंक से “कुछ बातें जातियों की”। ईमेल तब से बदली है : majdoorsamachartalmel@gmail.com कुछ बातें जातियों की
FMS-पुस्तिका तीन
मजदूर समाचार पुस्तिका तीन” का आनन्द लें। सम्भव है कुछ प्रस्थान बिन्दु मिलें। # आदान-प्रदान बढाने के लिये अपने ग्रुपों में फॉर्वर्ड करें। # दिल्ली और इर्दगिर्द के औद्योगिक क्षेत्रों में स्थिति को देखते हुये अभी पुस्तिका छापेंगे नहीं। व्हाट्सएप … Continue reading
FMS-February-2020
Enjoy! FMS-February-2020
FMS-January-2020
Enjoy the January, 2020 issue of FMS FMS-January-2020
वर्तमान वाले श्रम कानूनों को बनाये रखने के पक्ष में
विश्व के कुछ बड़े साहबों का वर्तमान वाले श्रम कानूनों को बनाये रखने के पक्ष में प्रधान मंत्री मोदी को संयुक्त पत्र। यह खत कई अर्थों में रोचक है। पत्र अँग्रेजी में है। एक मित्र ने उपलब्ध करवाया है। Letter … Continue reading
स्कूल क्लासमेट से प्राप्त रोचक रेखाँकन
स्कूल क्लासमेट से प्राप्त रोचक रेखाँकन : रिमझिम वर्षा ने रेखाँकन द्वारा ट्रिगर किये मनन को अधिक आनन्ददायक बना दिया है। ## स्कूल में गुड बॉय था। वर्षों बाद मुड़ कर देखा तो पाया कि प्रिंसिपल आर एस मणि के … Continue reading
Self-Activity of Wage-Workers : Towards A Critique of Representation and Delegation
इधर दुनिया-भर में प्रतिनिधि-प्रणाली की स्थिति के दृष्टिगत , लगता है कि 1998 में प्रकाशित हमारी पुस्तिका , “Self-Activity of Wage-Workers : Towards A Critique of Representation & Delegation” पढना उचित रहेगा। सम्भव है कुछ प्रस्थान-बिन्दु मिलें। यह पुस्तिका मुख्यतः … Continue reading