Author Archives: majdoorsamachar

टिप्पणी : “धर्म सामन्ती अवशेष हैं “

श्री गुरमीत ने “तर्कशील” व्हाट्सएप समूह में श्री अशोक कुमार की एक पोस्ट, “धर्म सामन्ती अवशेष हैं।” साँझा की। पोस्ट लम्बी है इसलिये पहले अपनी टिप्पणी और उसके बाद उसे यहाँ दे रहे हैं। ## 500 ईसापूर्व मगध क्षेत्र में … Continue reading

Posted in In Hindi, आदान-प्रदान | Conversational Interactions | Comments Off on टिप्पणी : “धर्म सामन्ती अवशेष हैं “

उल्लास है उपचार

प्रस्तुत है मजदूर समाचार के जनवरी 2012 अंक से “उल्लास है उदासी-अवसाद का उपचार”।

Posted in General, In Hindi, आदान-प्रदान | Conversational Interactions | Comments Off on उल्लास है उपचार

मजदूर समाचार पुस्तिका दस

“मजदूर समाचार पुस्तिका दस” का आनन्द लें। जनवरी 2011 से दिसम्बर 2011 सम्भव है कुछ प्रस्थान बिन्दु मिलें। # आदान-प्रदान बढाने के लिये अपने ग्रुपों में फॉर्वर्ड करें। # दिल्ली और इर्द-गिर्द के औद्योगिक क्षेत्रों में स्थिति को देखते हुये … Continue reading

Posted in In Hindi, Our Publications | Comments Off on मजदूर समाचार पुस्तिका दस

मारुति मानेसर डायरी (6)| Maruti Manesar Diary-6

“जान-पहचान जहाँ झमेले लिये है वहाँ अनजाने भी अपने हैं का विचार-व्यवहार खूब कमाल करेगा।” — मारुति मानेसर डायरी (6)। ## विश्व-भर में अधिक से और अधिक लड़खड़ा रही ऊँच-नीच, रुपये-पैसे, खरीद-बिक्री को बनाये रखने के बदहवास प्रयास दुनिया-भर में … Continue reading

Posted in In Hindi, आदान-प्रदान | Conversational Interactions | Comments Off on मारुति मानेसर डायरी (6)| Maruti Manesar Diary-6

मजदूर समाचार पुस्तिका नौ

मजदूर समाचार पुस्तिका नौ” का आनन्द लें। जनवरी 2012 से दिसम्बर 2012 सम्भव है कुछ प्रस्थान बिन्दु मिलें। # आदान-प्रदान बढाने के लिये अपने ग्रुपों में फॉर्वर्ड करें। # दिल्ली और इर्द-गिर्द के औद्योगिक क्षेत्रों में स्थिति को देखते हुये … Continue reading

Posted in In Hindi, Our Publications | Comments Off on मजदूर समाचार पुस्तिका नौ

समझदारी-दुनियादारी-व्यवहारिकता आज

— पक्का मकान; — बिजली; — सड़क। इसका एक अर्थ है शिशु को प्रत्येक कदम पर टोकना। बच्चों को हर समय टोकना। दुनियादारी का मतलब आज प्रत्येक बच्चे को बम बनाना भी है। ## इधर विश्व-भर में लॉकडाउन-पूर्णबन्दी ने ऊँची … Continue reading

Posted in In Hindi, Our Publications, आदान-प्रदान | Conversational Interactions | Comments Off on समझदारी-दुनियादारी-व्यवहारिकता आज

आठ घण्टे का छब्बीस-तीस घण्टे बनना | Working Day-II

— ऊँच-नीच वाले सामाजिक गठनों में सुधार की बातें बहुत होती हैं। टिकाऊ परिवर्तन के लिये सुधार की राहों को कारगर राह प्रस्तुत किया जाता है। — सुधारों को थोथा पाया गया है। शासन के लिये, सत्ता के लिये भिड़ … Continue reading

Posted in General, In Hindi | Comments Off on आठ घण्टे का छब्बीस-तीस घण्टे बनना | Working Day-II

फैक्ट्री किसकी ? कम्पनी किसकी? | Working Day-I

मालिक कौन है ? स्वामी कौन है ? धणी कुण सै ? चेहराविहीन पूँजी – बिना शक्ल सरमाया – faceless capital की दस्तक 1860 के आसपास सुनी जाने लगी थी। रेलवे इसके उल्लेखनीय उदाहरण थे। उत्पादन में भी पूँजीपति-कारखानेदार-फैक्ट्री मालिक … Continue reading

Posted in In Hindi, Our Publications, आदान-प्रदान | Conversational Interactions | Comments Off on फैक्ट्री किसकी ? कम्पनी किसकी? | Working Day-I

Factory Workers’ Videos

On Friday, 21st August at the beginning of A-shift at 6am in JNS Instruments factory, plot 4 sector-3, Industrial Model Town, Manesar( Gurgaon, India) workers did not go to their workplaces. There are 2500 workers in the factory. Sixty percent … Continue reading

Posted in In English, In Hindi | Comments Off on Factory Workers’ Videos

व्यवहार-विचार की ऊँची उड़ानों – VI | नर-नारी के सम्बन्ध में

इधर विश्व-भर में लॉकडाउन-पूर्णबन्दी ने व्यवहार-विचार की उड़ानों के अनुकूल वातावरण में बहुत उल्लेखनीय वृद्धि की है। ऐसे में 2010-12 में फैक्ट्री मजदूरों के व्यवहार-विचार से प्रेरित मजदूर समाचार के जनवरी 2013 अंक की उड़ान एक प्रेरक भूमिका निभा सकती … Continue reading

Posted in In Hindi, आदान-प्रदान | Conversational Interactions | Comments Off on व्यवहार-विचार की ऊँची उड़ानों – VI | नर-नारी के सम्बन्ध में