आज दोपहर बाद, अलवर से आई हरियाणा रोडवेज की खाली-सी बस में इफ्फको चौक, गुड़गाँव से फरीदाबाद की सवारियाँ बैठी।
रास्ते में चैकिंग वालों ने बस रोकी। सवारियों की टिकट जाँचने लगे।
एक बुजुर्ग टिकट माँगने पर बोला कि कण्डक्टर को पैसे दे दिये थे पर उसने टिकट नहीं दी। सहयात्री और कण्डक्टर बोले कि ताऊ टिकट दी है। आप अपनी जेब में देखो। बुजुर्ग फिर बोले, और बोलते रहे कि पैसे ले लिये पर टिकट नहीं दी। चैकिंग वालों द्वारा टोकने पर अपने बच्चों की कसम खाने लगे। सहयात्री बोलते रहे कि ताऊ अपनी जेब में देखो पर बुजुर्ग किसी की सुनने को तैयार नहीं। कण्डक्टर के लिये स्थिति कठिन बनती जा रही थी। कण्डक्टर ने भी अपने बच्चों की कसम खाई।
जाँच वाले बोले कि ताऊ बिना टिकट यात्रा के लिये जुर्माने के पाँच सौ रुपये निकालो और बस से नीचे उतरो। बुजुर्ग कुछ ढीले पड़े। टिकट के पैसे काट कर कण्डक्टर द्वारा लौटाये बाकी पैसे जेब में से निकाले।
उन पैसों के बीच में टिकट रखी थी।
—15/02/2022