Monthly Archives: October 2020
तन और मन। तन, मन, और गति। तन, मन, गति, और अधिक गति।
तन और मन। तन, मन, और गति। तन, मन, गति, और अधिक गति। मजदूर समाचार के अगस्त तथा सितम्बर 2009 अंकों से तन तथा मन के स्वास्थ्य के सन्दर्भ में “रफ्तार और स्वास्थ्य” प्रस्तुत हैं।
वसन्त 2025
लगता है कि शीर्षक “” अधिक उपयुक्त होता। परन्तु सामग्री मजदूर समाचार के जनवरी 2013 अंक से है और शीर्षक “मार्च 2016” है। इन सात वर्षों में गति तथा विस्तार चकित करने वाले रहे हैं। इधर विश्व में उल्लेखनीय क्षेत्रों … Continue reading
रै ये प्रगति आर विकास के सैं ? आर के सै यो भ्रष्टाचार?
# प्रगति-विकास-भ्रष्टाचार एक-दूसरे से घनिष्ठता से जुड़े हैं। फिर भी, उल्लेखनीय समूहों में प्रगति-विकास को सकारात्मक और भ्रष्टाचार को नकारात्मक के अर्थों में लिया जाता है। # कह सकते हैं कि स्वामियों और सामन्तों की क्रूरता की तुलना में दूर-दराज … Continue reading
पैसा सब कुछ है …. पैसा सब कबाड़ा कर रहा है।
पैसा सब कुछ है …. पैसा सब कबाड़ा कर रहा है। इस सन्दर्भ में मजदूर समाचार के नवम्बर 2010 अंक से “रुपये का उत्पादन और वितरण” प्रस्तुत है।
A Glimpse of Social Churnings
A Glimpse of Social Churnings Attempts at conversational interactions during global Covid lockdowns. 47 pages booklet A Majdoor Samachar Kamunist Kranti presentation September 2020