Monthly Archives: September 2020

मजदूर समाचार पुस्तिका दस

“मजदूर समाचार पुस्तिका दस” का आनन्द लें। जनवरी 2011 से दिसम्बर 2011 सम्भव है कुछ प्रस्थान बिन्दु मिलें। # आदान-प्रदान बढाने के लिये अपने ग्रुपों में फॉर्वर्ड करें। # दिल्ली और इर्द-गिर्द के औद्योगिक क्षेत्रों में स्थिति को देखते हुये … Continue reading

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मारुति मानेसर डायरी (6)| Maruti Manesar Diary-6

“जान-पहचान जहाँ झमेले लिये है वहाँ अनजाने भी अपने हैं का विचार-व्यवहार खूब कमाल करेगा।” — मारुति मानेसर डायरी (6)। ## विश्व-भर में अधिक से और अधिक लड़खड़ा रही ऊँच-नीच, रुपये-पैसे, खरीद-बिक्री को बनाये रखने के बदहवास प्रयास दुनिया-भर में … Continue reading

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मजदूर समाचार पुस्तिका नौ

मजदूर समाचार पुस्तिका नौ” का आनन्द लें। जनवरी 2012 से दिसम्बर 2012 सम्भव है कुछ प्रस्थान बिन्दु मिलें। # आदान-प्रदान बढाने के लिये अपने ग्रुपों में फॉर्वर्ड करें। # दिल्ली और इर्द-गिर्द के औद्योगिक क्षेत्रों में स्थिति को देखते हुये … Continue reading

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समझदारी-दुनियादारी-व्यवहारिकता आज

— पक्का मकान; — बिजली; — सड़क। इसका एक अर्थ है शिशु को प्रत्येक कदम पर टोकना। बच्चों को हर समय टोकना। दुनियादारी का मतलब आज प्रत्येक बच्चे को बम बनाना भी है। ## इधर विश्व-भर में लॉकडाउन-पूर्णबन्दी ने ऊँची … Continue reading

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आठ घण्टे का छब्बीस-तीस घण्टे बनना | Working Day-II

— ऊँच-नीच वाले सामाजिक गठनों में सुधार की बातें बहुत होती हैं। टिकाऊ परिवर्तन के लिये सुधार की राहों को कारगर राह प्रस्तुत किया जाता है। — सुधारों को थोथा पाया गया है। शासन के लिये, सत्ता के लिये भिड़ … Continue reading

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फैक्ट्री किसकी ? कम्पनी किसकी? | Working Day-I

मालिक कौन है ? स्वामी कौन है ? धणी कुण सै ? चेहराविहीन पूँजी – बिना शक्ल सरमाया – faceless capital की दस्तक 1860 के आसपास सुनी जाने लगी थी। रेलवे इसके उल्लेखनीय उदाहरण थे। उत्पादन में भी पूँजीपति-कारखानेदार-फैक्ट्री मालिक … Continue reading

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